Sarpanch Salary 2023 : भारत एक गांव का देश है और हमारे देश में लगभग 6.30 लाख से अधिक गांव है। इन गांव में सरपंच की जो भूमिका होती है वह बहुत ही महत्वपूर्ण होती है सरपंच सर्वोच्च ग्राम पंचायत प्रतिनिधि होता है कई राज्यों में सरपंच श्याम ग्राम प्रधान कहते हैं मुखिया कहते हैं पंचायती राज प्रणाली में गांव के विकास में सरपंच का विशेष योगदान होता है हम आपको बता दें पंचायत राज अधिनियम 1992 में सरपंच यानी ग्राम प्रधान कोई जिम्मेदारी और अधिकार दिए गए हैं इन पंचायतों का प्रशासन चलाने की जिम्मेदारी सरपंच को दी गई आर्टिकल के माध्यम से सरपंच की सैलरी सरपंच के कार्य और अधिकार के बारे में विस्तार से जानेंगे।
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सरपंच की भूमिका क्या होती है ?
दोस्तों जानते हैं प्राचीन काल से ही भारत के सामाजिक आर्थिक राजनीतिक जीवन में पंचायतों का महत्वपूर्ण भूमिका रही है तनिक वह ग्राम पंचायत स्तर पर जो सरपंच होता है वह बहुत ही प्रतिष्ठित और गरिमा पूर्ण होता है जिसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत के विकास को आगे ले जाने की होती है।
1992 में संविधान के 73 वे संशोधन के द्वारा और भी मजबूती मिली है इसके अंतर्गत पंचायतों को कई प्रकार के अधिकार दिए गए हैं और राज्य सरकार के द्वारा गांव के विकास के लिए करोड़ों रुपए की धनराशि उपलब्ध करवाई गई है और यह सारी धनराशि और निधि का उपयोग करके सरपंच को गांव का विकास करना होता है।
सरपंच का चुनाव कैसा होता है ?
दोस्तों अब हम जानते हैं सरपंच का चुनाव किस प्रकार होता है पंचायती राज व्यवस्था में सरपंच का चुनाव होता है हम आपको बता दें 1992 के बाद पूरे भारत में प्रत्येक 5 साल के बाद सरपंच का चुनाव ग्राम पंचायत के मतदाता के द्वारा होता है पंचायती चुनाव के द्वारा जो सरपंच पद होता है सीधे तौर पर गांव के नागरिकों के द्वारा सरपंच को चुना जाता है गांव की मतदाताओं को सरपंच पूरा अधिकार होता है अपने मनपसंद सरपंच उम्मीदवार को वोट देकर उन्हें चुन सकते हैं
दोस्तों हम आपको बता दें सरपंच का चुनाव होता है राज्य चुनाव आयोग के द्वारा प्रत्येक 5 साल में चुनाव किया जाता है यह चुनाव ईवीएम मशीन द्वारा होता है दोस्तों आमतौर पर सभी राज्यों के पंचायती चुनाव दलिए इसलिए जो चुनाव आयोग होता है अलग से चुनाव चिन्ह आवंटित करता है हालांकि कुछ राज्यों में यह दलीय आधार पर भी चुनाव होते हैं
सरपंच चुनाव के लिए आरक्षण ?
प्रकार से पूरे देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में आरक्षण लागू है। उसी तरह ग्राम पंचायत चुनाव में आरक्षण की व्यवस्था है पंचायती राज अधिनियम 1992 में पंचायती चुनाव में महिलाओं को 33% आरक्षण दिया गया था जिसको बढ़ाकर 50% कर दिया गया है यानी अब दूसरा जो पद होता है वह महिलाएं के लिए आरक्षित किया गया है।
दोस्तों यह जो व्यवस्था होती है इसे राज्य चुनाव आयोग गांव की जनसंख्या के अनुपात और रोस्टर व्यवस्था के आधार पर की जाती है गांव की जनसंख्या के आधार पर ST/SC/OBC के लिए निर्धारित की जाती है।
स्पष्ट है कि गांव में उसी वर्ग का सरपंच होगा जिस वर्ग के लिए सरपंच सीट आरक्षित की गई है निर्धारित सीट पर उसी वर्ग की महिला या पुरुष सरपंच पद के लिए आवेदन कर सकता है।
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सरपंच के कार्य क्या है ?
- ग्राम पंचायत के सड़कों को देखभाल करना
- ग्राम पंचायत के गरीब बच्चों के लिए मुक्त शिक्षा की व्यवस्था करना
- सरकारी योजना का लाभ पात्र व्यक्तियों को पहुंचाना
- प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देना
- स्वच्छ अभियान को आगे बढ़ाना
- आंगनवाड़ी केंद्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए मदद करना
- गांव में सिंचाई के साधन की व्यवस्था करना
इसी प्रकार सरपंच के बहुत सारे कार्य होते हैं उस कार्य को होने पूरा करना होता है और गांव का विकास किस प्रकार से हो उस उद्देश्य से आगे बढ़ना होता है
सरपंच बनने के लिए योग्यता क्या है ?
- सरपंच बनने के लिए उम्मीदवार उसी ग्राम पंचायत का निवासी होना चाहिए
- उम्मीदवार का नाम उस ग्राम पंचायत के वोटर लिस्ट में होना चाहिए
- उम्मीदवार की उम्र कम से कम 21 साल होनी चाहिए
- सरपंच बनने के लिए कई राज्यों में आठवीं पास या साक्षर होना जरूरी है लेकिन यह नियम सभी राज्यों में लागू नहीं है
- किसी किसी राज्य में दो बच्चे रहने वाले उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए योग्य माना गया है
- सरकारी कर्मचारी सरपंच पद का चुनाव नहीं लड़ सकता
इन नियमों को पूरा करने वाला उम्मीदवार सरपंच पद का चुनाव लड़ सकता है।
Sarpanch Salary 2023। सरपंच की सैलरी क्या होती है
नाम | Sarpanch Salary 2023 |
कार्यकाल | 5 वर्ष तक |
सरपंच की सैलरी | 2500 से 3500 |
उप सरपंच की सैलरी | 1200 से 1500 |
सरपंच क्या होता है | सरपंच ग्राम पंचायत का मुखिया होता है |
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दोस्तों देश के सभी ग्राम पंचायत का कार्यभार सरपंच के द्वारा संभाला जाता है जिसके लिए सरकार के द्वारा सरपंच को हर महीने 2500 से लेकर 3500 तक सैलरी/वेतन दिया जाता है यह वेतन अलग-अलग राज्यों में अलग अलग हो सकते हैं इसके अलावा सरपंच के पास कमाई करने के अन्य स्रोत होते हैं।
लेकिन एक बार ग्राम पंचायत में सरपंच बनने के बाद उस सरपंच का जो कार्यकाल होता है वह सिर्फ 5 साल होता है कहना तो गलत बात है आखिर लोक सरपंच बनने के लिए लाखों रुपए क्यों खर्च करते हैं और वह सिर्फ 5 साल के लिए सैलरी तो सिर्फ 3500 के आसपास हर महीने लोक सरपंच पद के चुनाव के लिए सरपंच पद लेने के लिए 5 से 10 लाख रुपए क्यों लगाते हैं
इसका जो सही कारण होता है सरकार के द्वारा ग्राम पंचायत के विकास के लिए जो निधि दिया जाता है अगर इन पैसों को ग्राम पंचायत के विकास के लिए लगाया जाए तो ग्राम पंचायत एक विकसित ग्राम पंचायत बन सकती लेकिन बहुत सारे ऐसे सरपंच है जो सरकार की जो निधि का दुरुपयोग करते हैं और वह एक सरपंच पद को कमाई का साधन देखते हैं इसलिए सरपंच पद के लिए बहुत सारे लोग पैसे खर्च करते हैं और इनका एक रास्ता बन चुका है पैसे कमाने का.
FQA – Sarpanch Salary 2023
भारत के 1 महीने सैलॅरी कितनी होती है ?
सरपंच की सैलरी 2500 से 3500 रहती है
सरपंच का कार्यकाल कितना होता है ?
5 वर्ष के लिए
सरपंच की सैलरी चेक कैसे करें
सरपंच की सैलरी हर महीने सरकार के द्वारा उनके खाते में जमा की जाती है
मैं चंद्रकांत घोडके मैं पिछले 10 सालों से यूट्यूब और ब्लागिंग के माध्यम से सरकारी योजना, बैंकिंग, लोन, संबंधित जानकारी देते आ रहा हूं। इसी प्रकार अपने इस वेबसाइट के माध्यम से जो भी जानकारी दे रहा हूं वह सभी जानकारी अध्ययन करके हम आपको देते हैं।
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